अगहन (मार्गशीर्ष) माह के पहले सोमवार को भगवान महाकाल को तीसरी आंख लगाई गई।
भस्म रमाने के पहले भगवान महाकाल के दर्शन।
उन्हें फूलों का जूड़ा पहनाया गया। सिर पर चांदी का मुकुट पहना कर रुद्राक्ष की माला चढ़ाई गई।
भस्म रमाने के बाद भगवान महाकाल के दर्शन।
मोगरा, सेवंती और गुलाब सहित अन्य फूलों की माला पहनाई गई।
सोमवार को महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग को तीसरी आंख लगाई गई।
आज परंपरागत मार्ग पर निकलेगी महाकाल की सवारी
भगवान महाकालेश्वर की मार्गशीर्ष (अगहन) माह की पहली सवारी आज शाम 4 बजे निकलेगी। कोविड-19 के प्रतिबंध हटने के बाद महाकाल की सवारी परंपरागत मार्ग से निकाली जाएगी। कार्तिक-मार्गशीर्ष (अगहन) माह की चार सवारियों के क्रम में यह तीसरी सवारी है। इसके बाद एक और सवारी निकलेगी।
मां हरसिद्धि के प्रात:कालीन आरती के दर्शन –
सोमवार को प्रात:कालीन आरती के दौरान मां हरसिद्धि के दर्शन।