खरगोन में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लार्वा सर्वे को लेकर गुरुवार को सेगांव में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के दल द्वारा नगर के 385 घरों का सर्वे कर मलेरिया और डेंगू फैलाने वाले लार्वा की तलाश की गई।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. मनोज पाटीदार ने बताया कि सेगांव में 8 सर्वे दलों ने सेंगाव में लार्वा सर्वे एवं रैपिड फीवर और कांटेक्ट सर्वें पूर्ण करवाया गया। यहां 4 घरों में एडिस मच्छर का लार्वा पाया गया, जिसे नष्ट करवाया गया। इस वर्ष जनवरी माह से ही विभाग डेंगू प्रकरणों की गंभीरता को देखते हुए सतर्क है। विभाग द्वारा जनवरी माह से ही लार्वा सर्वे और प्रचार प्रसार गतिविधियां आयोजित करता रहा है जिसके परिणाम स्वरूप इस वर्ष डेंगू प्रकरणों में कमी आई है। इस वर्ष अभी तक विकासखंड सेगांव में डेंगू, मलेरिया का एक भी प्रकरण प्राप्त नहीं हुआ है।
बीएमओ डॉ. मनीषा मंडलोई ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर वायरल बुखार और सामान्य सर्दी जुकाम के मरीज आते हैं जो प्राथमिक उपचार से ठीक हो जाते हैं। 1 अगस्त को कृष्णा नगर सेगाँव से एक मरीज डेंगू संभावित मरीज की सूचना प्राप्त हुई थी। जिसका निरीक्षण किए जाने के उपरांत वहां लार्वा सर्वे गतिविधि और रैपिड फीवर सर्वे करवा कर मरीज को प्राथमिक उपचार प्रदान किया गया। मरीज उपचार के बाद अब स्वस्थ्य है। मरीज के घर के आसपास कांटेक्ट सर्वे करवाया था जिसमें कोई भी संदेहास्पद मरीज नहीं पाया गया।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. मनोज पाटीदार द्वारा बताया गया कि डेंगू रैपिड कार्ड के द्वारा प्राप्त परिणाम संदेहास्पद होता है। इसलिए डेंगू की एलाइजा आधारित जांच शत-प्रतिशत प्रमाणिक है। मच्छर जनित बीमारी जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया के नियंत्रण हेतु एडिस मच्छरों की पैदावार को आसान उपायों द्वारा रोका जा सकता है।
साफ पानी में पनपता है एडिस मच्छर
डेंगू फैलाने वाला एडिस मच्छर साफ पानी में पनपता है जो घर के अंधेरे कोनों में दिन में छिपकर डेंगू फैलाता है। इस पर नियंत्रण इन तरीकों से आसानी से किया जा सकता है। घर में जमा पानी के बर्तनों को सप्ताह में एक बार अवश्य खाली कर साफ करके ढक कर रखा जाए। घरों के बाहर मवेशियों को पानी पिलाने की सीमेंट की टंकियों, हौदो एवं पक्षियों को पानी पिलाने वाले सिकोरों की सफाई नियमित करें। जला हुआ तेल अथवा मिट्टी का तेल का छिड़काव करें। छोटे बच्चों को फुल अस्तीन के कपड़े पहनाए एवं सोते समय मच्छरदानी का उपयोग अवश्य करें।
सुबह व शाम के समय घर में मच्छर भगाने वाले क्वाइल या मेट या नीम का धुआ करके घर में छुपे मच्छरों को हटाया जा सकता है। बुखार सिर दर्द लाल चकत्ते एवं आंखों के पीछे दर्द होने पर डेंगू के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इस इसके लिए अनुभवी चिकित्सक से ही उपचार प्राप्त करें। डेंगू के प्रारंभिक लक्षण दिखाई देने पर रोगी के शरीर में जल की कमी हो जाती है। जिसकी पूर्ति के लिए जल उपचार जैसे नींबू पानी, शिकंजी नारियल पानी एवं तरल पदार्थ का सेवन अवश्य करें। डेंगू के उपचार में एस्प्रिन/आइब्रोफेन जैसी दवाओं का सेवन कदापि ना करें केवल पेरासिटामोल दवा का सेवन ही करें। डेंगू मरीज को मच्छरदानी में ही सुलाएं एवं पूर्ण आराम करें।