Coronavirus Cases: पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 1100 के करीब कोरोना मरीज सामने आए हैं. जिनमें कुछ बच्चे भी हैं. साथ ही इसी तरह से लगातार बच्चों से जुड़े मामले में अब सामने आ रहे है.

Coronavirus Cases: देश में एक बार फिर कोरोना तेजी से फैलता हुआ नजर आ रहा है. राजधानी दिल्ली में भी संक्रमण दर 23 फीसदी के करीब पहुंच चुकी है. दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 1000 से ज्यादा कोरोना के मरीज सामने आए हैं. इस बीच हैरान करने वाली बात ये है कि इस बार बच्चों में भी कोरोना तेजी से फैलता हुआ नजर आ रहा है. देश के अलग-अलग इलाकों से 15 साल से कम उम्र के बच्चों के संक्रमित होने की खबरें सामने आ रही हैं. दिल्ली की बात करें तो दिल्ली के सबसे बड़े कोविड अस्पताल LNJP में पिछले एक हफ्ते के अंदर चार ऐसे बच्चे भर्ती हुए हैं जो कोरोना संक्रमित है. अस्पताल प्रशासन की मानें तो लगातार बच्चे भी संक्रमित होते हुए नजर आ रहे हैं. हालांकि अभी तक कोरोना को गंभीर नहीं माना जा रहा है.

दिल्ली में कोरोना की मौजूदा स्थिति और बच्चों में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण पर LNJP अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि पिछले एक हफ्ते में LNJP अस्पताल में 4 बच्चे भर्ती हुए हैं. जिसमें से एक बच्चा ठीक होकर घर चला गया है, जबकि तीन बच्चे अभी भी भर्ती है जिसमें से एक बच्चा ऐसा है जो सिर्फ 18 दिन का ही है. डॉ सुरेश कुमार ने बताया कि इसके पीछे की एक बड़ी वजह यह है कि अभी वैक्सीन सब बच्चों को नहीं मिल पाई है, इसलिए खतरा ज्यादा नजर आ रहा है. इसके साथ ही XBB का जो नया वेरियंट है उसकी वजह से ये मामले अब तेजी से बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं. 

1100 के करीब कोरोना मामले आए सामने
डॉक्टर सुरेश कुमार ने कहा कि अभी जो जीनोम सीक्वेंसिंग के रिजल्ट आए हैं. उसमें बच्चे हों या बुजुर्ग सभी में XBB1.16 वेरिएंट के मामले ही तेजी से नजर आए हैं और ये जो संक्रमण है वह काफी तेजी से फैलता है. 

बच्चों में किस तरह के लक्षण नजर आ रहे हैं?
डॉक्टर सुरेश कुमार ने कहा कि जो बच्चे अस्पताल में भर्ती हुए हैं. इनमें से कुछ को बुखार है, कुछ को पेट में दर्द है और कुछ को उल्टी-दस्त हो रहे थे. कुछ बच्चों को आंखों में इंफेक्शन की शिकायत भी नजर आयी है, जबकि कुछ बच्चे ऐसे हैं जिनमें वायरल निमोनिया जिसे कोरोना निमोनिया भी कहा जाता है उसकी भी शिकायत पायी जाती है.

बच्चों  में क्या है लक्षण और किन बातों रखें विशेष ध्यान
LNJP के मेडिकल डायरेक्टर डॉ सुरेश कुमार ने कहा कि किसी भी बच्चे को अगर बुखार है, पेट में दर्द है, उल्टी-दस्त हो रहे हो या सांस लेने में किसी प्रकार की दिक्कत हो रही है तो आपको तुरंत उस बच्चे का कोविड टेस्ट करवाना चाहिए. अगर घर पर ही ऑक्सीजन दे सकते हैं तो बच्चे का ऑक्सीजन डाउन होते ही उसे तुरंत घर पर ही ऑक्सीजन देने की कोशिश करें. ऐसी स्थिति में तुरंत ही किसी चाइल्ड स्पेशलिस्ट और डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

डॉक्टरों की सलाह है कि खुद से ही घर पर बच्चों को किसी प्रकार की दवाईयां ना दें, क्योंकि कई बार बच्चों की हालत खराब हो जाती है और वो मल्टी ऑर्गन फेलियर की तरफ बढ़ जाते हैं. स्कूल जाने वाले बच्चों को कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए. उनको घर से बाहर खेलने से रोकें. मॉस्क और सोशल डिस्टेंसिंग का बहुत ध्यान रखें. वैक्सीन अगर नहीं लगी है तो तुरंत वैक्सीन जरूर लगवाएं. चार साल से ज्यादा उम्र के बच्चों में खतरा ज्यादा रहता है इसलिए उन पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है. अगर कुछ भी लक्षण नजर आते हैं तो उन्हें तुरंत अस्पताल लेकर जाए. 

अस्पतालों में क्या है तैयारी
डॉ सुरेश कुमार ने बताया कि LNJP अस्पताल में बच्चों के लिए हमने विशेष वॉर्ड तैयार किया है. दो तरह के ICU तैयार किए गए हैं. एक अलग डेडिकेटेड लेबर रूम भी तैयार किया गया है. अगर कोई कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिला अस्पताल पहुंचती है और उसकी डिलीवरी होनी है तो इस लेबर रूम में डिलीवरी कराई जा सकती है. बच्चों के लिये खास  20 बेड तैयार किए हैं. ये बैड ऑक्सीजन युक्त और उन तमाम सुविधाओं के साथ तैयार किए गए हैं जो एक कोरोना मरीज के लिए जरूरी है.

By jansetu