उज्जैन के पास तराना पुलिस ने पांच दिन पहले हुए पंजाब के हार्वेस्टर चालक की हत्या का खुलासा कर दिया। गांव के ही पिता-पुत्र ने भैंस को टक्कर मारने पर अधेड़ को कुएं में फैंका था। मामले में गिरफ्तार पिता को पुलिस शुक्रवार को जेल भेजने की तैयारी कर रही रही थी कि पुत्र भी गिरफ्त में आ गया।
पंजाब स्थित संगरुर निवासी नछातर सिंह पिता जीतसिंह जाट(55) बेटे जगसीर के साथ 21 मार्च को फसल कटाई के लिए हार्वेस्टर लेकर घट्टिया में एजेंट विजेन्द्रसिंह के गोदाम जा रहा था। ग्राम भैसाखेड़ी में मनोहर पिता भवानीसिंह की भैंस हार्वेस्टर से टकरा गई थी। इस पर मनोहर ने पुत्र खुशाल के साथ मिलकर नछातरसिंह और उसके बेटे जगसीर को पीटा। बावजूद गुस्सा शांत नहीं हुआ ओर दोनों रात करीब 7.30 बजे विजेंद्र के गोदाम पहुंचे और नछातरसिंह पर लाठी से हमला किया। भागने पर पीछाकर उसे पकड़ा और ग्राम कचनारिया में सत्यनारायण नागर के कुएं में फैंक दिया। नछातर को तैरना नहीं आता था और वह घायल भी था इसलिए डूबने से उसकी मौत हो गई।
ऐसे हुआ खुलासा
तराना टीआई भीमसिंह पटेल ने बताया 22 मार्च को अधेड़ की लाश मिलने पर जांच की। पीएम रिपोर्ट में चोंट के निशान से हत्या होना स्पष्ट हो गया। इस पर मृतक की शिनाख्ती का प्रयास कर रहे थे। पता चला पंजाब के जगसीर ने 21 मार्च को पिता की गुमशुदगी घट्टिया थाने में दर्ज की थी। बुलाने पर जगसीर ने पहचान के साथ विवाद का भी मालूम पड़ गया। मनोहर को पकडा तो 18 घंटे में वारदात खुलासा हो गया।
24 घंटे में बेटा भी धराया
मनोहर के पकड़ाने पर खुशाल फरार हो गया। इस पर शुक्रवार दोपहर पुलिस मनोहर को जेल भेजने की तैयारी कर रही थी। इसी बीच खुशाल के माकड़ौन में छूपने का पता चलने पर टीआई पटेल ने दबिश मारी तो वह भी गिरफ्त में आ गया।खुलासे में एसआई बाबूलाल चौधरी, त्रिभुवनसिंह कुशवाह,एएसआई लोकेन्द्रसिंह,प्रआ मानसिंह, आर.आदीराम और सैनिक राहुल, आनंदीलाल की भी भूमिका रही है।