संघ की स्थापना से हिन्दू जागरण की शुरुआत हुई।

गुरुजी श्री हेडेगेवार ने बच्चो के साथ शुरु की प्रथम शाखा

महेश्वर– संघ की स्थापना ने हिन्दु जागरण और हिन्दु समाज को एकत्र करने की शुरुआत की है । संघ संथापक डाँ. हेडगोवारजी ने बच्चो के समूह के साथ खेल खेलते हुए संघ की स्थापना की है जिसके प्रत्येक स्वयम में राषट्रभाव तथा देश धर्म के प्रति जवाबदेही का भाव समाहित होता है। देश की अंखडता और रक्षा के लिए देशवासियों में राष्ट्र के प्रति समर्पण के भावो का संस्कार संघ की शाखाओ में दिया जाता है उक्त सबोधन संघ के पथ संचलन समापन अवसर पर जिला सहकार्यवाह शिवशंकर रोकडे ने दिया।
संम्बोधन के दौरान श्रीरोकडे ने कहा की देश पर जब भी संकट आता है पुरा देश संघ और स्वयम सेवकों की ओऱ उम्मीद से देखता है। संघ और स्वयम देश को सवेपिरी मानता है संघ एकता और देश प्रेम के भाव से कार्य है संघ बिना किसी जाति, धर्म,रंग,सम्पति के भेदभाव के समानता के आधार पर कई सालो से राष्ट्रभक्त पीढ़ी को तैयार कर रहा है । देश की आजादी में झासी की रानी लक्ष्मीबाई ने वीरतापुर्वक युद्ध लडा लेकिन पेट पालने के लिए शरीर बेचने वाली बहनो ने भी सैनिको को खाना देने का कार्य करते हुए आजादी की लडाई में योगदान दिया इसी प्रक़ार हमे भी भेद भाव भूलते हुए राष्ट्र रक्षा मे योगदान देना चाहिए।
संचलन की शुरुआत नगर की पाटीदार घर्मशाला से शुरु होकर जय स्तम्भ चौराहे महेतवाड़ा मार्ग होकर पुन: पाटीदार धर्म शाला में संपंन हुआ ।

By jansetu