MP News: जब ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस से किनारा कर रहे थे उस समय राहुल गांधी ने कहा था कि सिंधिया एक ऐसे शख्स हैं जो कभी भी मेरे घर आ सकते हैं, लेकिन अब हालात बिल्कुल बदल गए हैं.
Jyotiraditya Sindhiya on Rahul Gandhi: राहुल गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया की 16 साल पुरानी दोस्ती पर तीन साल की सियासी दुश्मनी आखिरकार भारी पड़ गई. अभी तक कांग्रेस को निशाने पर लेने वाले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अब सीधे राहुल गांधी पर निशाना साध रहे हैं. सिंधिया ने हाल ही में आए तीन राज्यों के चुनाव परिणाम का राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराते हुए हार का ठीकरा फोड़ दिया.
राजनीति में सब कुछ संभव है लेकिन 3 साल पहले तक केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और राहुल गांधी की दोस्ती के किस्से सुनने और सुनाने को जब भी मिलते थे तो यह कहा जाता था कि राजनीति में यह दोस्ती कभी नहीं टूटेगी. 3 साल पहले इन्हीं दिनों ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ के बीच राजनीतिक दूरियां ऐसी बड़ी की कमलनाथ को मुख्यमंत्री की कुर्सी तक गंवानी पड़ी. 10 मार्च 2020 को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने 19 समर्थक विधायकों के साथ कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद उन्होंने विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली. 3 साल तक कभी ऐसा मौका नहीं आया जब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सीधे राहुल गांधी की जिम्मेदारी तय की हो, लेकिन नागालैंड, त्रिपुरा और मेघालय के चुनावी परिणाम को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी की जिम्मेदारी तय कर दी. उन्हें हार का जिम्मेदार ठहराया. यह तक कह दिया कि “आने वाले भविष्य कांग्रेस का अस्तित्व बचेगा या नहीं, कहा- नहीं जा सकता”.
सिंधिया और राहुल की 16 साल रही अटूट दोस्ती
ज्योतिरादित्य सिंधिया और राहुल गांधी की दोस्ती 16 साल तक लगातार रही. जब मार्च 2020 में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस से किनारा कर रहे थे उस समय राहुल गांधी ने यह बयान दिया था कि ” ज्योतिरादित्य सिंधिया एक ऐसे शख्स हैं जो कभी भी मेरे घर आ सकते हैं, उनके लिए हमेशा मेरे घर का दरवाजा खुला रहता है”. इस बयान से भी दोनों के नजदकियां साफ हो जाती है. जब राहुल गांधी और सिंधिया लोकसभा में जाते थे, उस समय दोनों ही करीबी कुर्सी पर बैठते थे. इसके अलावा कई बार उनके जैकेट भी एक जैसे रहते थे. जब भी कोई हमला बीजेपी पर करना होता था तो दोनों साथ बैठकर बातचीत करने के बाद रणनीति तय करते थे.
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान आया था पहला बयान
जब 28 नवंबर 2022 को भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश से गुजर रही थी, उस समय राहुल गांधी से ज्योतिरादित्य सिंधिया की घर वापसी को लेकर प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस मामले में कांग्रेस पार्टी और पूरा संगठन निर्णय लेगा लेकिन उन्होंने इतना जरूर कहा था कि “पैसे से बिके नेताओं पर उन्हें भरोसा नहीं”, इस बयान के बाद सीधे तौर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और राहुल गांधी आमने-सामने हो गए, मगर लंबे समय तक सिंधिया ने सीधे राहुल गांधी पर निशाना नहीं साधा. अब जाकर दोनों के बीच सियासी टक्कर आमने-सामने हो गई है.
राहुल के नए लुक पर सियासी बयान
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी पर उस समय निशाना साधा है जब मध्य प्रदेश, राजस्थान सहित कई राज्य में विधानसभा चुनाव होना है और इसके ठीक बाद लोकसभा चुनाव का बिगुल बज जाएगा. दरअसल भारत जोड़ो यात्रा के दौरान 170 दिनों तक राहुल गांधी ने पूरे देश की पदयात्रा की. इसके बाद जब ब्रिटेन गए तो उन्होंने अपनी दाढ़ी ट्रिम करवा ली. इस नए लुक को लेकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 3 राज्यों के चुनावी परिणाम से स्पष्ट है कि कांग्रेस का अस्तित्व ही खतरे में है.