आदिवासी समाज पर हो रहे अत्याचारों पर थाना प्रभारी को सौपा ज्ञापन
आये दिन आदिवासी समाज पर हो रहे अत्याचारों पर माननीय महोदय ध्यान केन्द्रीत करे ताकी आदिवासी समाज का शोषण ना हो सके’’। तथा राजस्थान के चित्तोड़ जिले के बेगु थाना क्षैत्र के बिलखेड़ा चैराहे पर झाबुआ जिले के आदिवासी युवक जो पेटलावद तहसील के रायपुरिया थाना क्षैत्रान्तर्गत ग्राम अलस्याखेडी (रामनगर) एवं रताम्बा के निवासी थे। जिसमें श्री बाबु पिता धन्ना वसुनिया निवासी अलस्याखेडी (रामनगर) की मृत्यु हो गई तथा श्री पिन्टु (ड्राइवर) निवासी रताम्बा गंभीर रूप से घायल हो गये। जो मंगलवार दिनांक 15.06.2021 को दैनिक भास्कर, दैनिक समाचार पत्र के (इन्दौर) झाबुआ-अलीराजपुर के अंक में प्रकाशित समाचार के ‘‘गोरक्षा के नाम पर एक और हत्या‘‘ शिर्षक दिया गया है।
उक्त मृतक का परिवार राजस्थान के बेगु के पास खेडी में मजदुरी कर अपने परिवार का पालन पोषण कर जीवन निवार्ह कर रहे थे। श्री बाबु वसुनिया अपने पैत्रक जमीन पर खेती करने हेतु बैल खरीद कर ला रहे थे। रास्ते में गौ-रक्षकों द्वारा बिना संपूर्ण जानकारी लिये मारपीट कर हत्या की गई। यदि कृषि कार्य हेतु बैल को लाना गैर कानुनी था तो नियमानुसार पुलिस प्रशासन को अवगत कराया जाना था। गौ-रक्षा के नाम पर ऐसे संगीन अपराध करना क्या न्यायोचित है ?
यह सब को ज्ञात है की आदिवासी समाज जल, जंगल, जमीन के बचाव करने के साथ-साथ वास्तविक पशु सेवक भी है, जो पशु (गाय, बैल, बकरी) आदि का पालन करते हुए जीवन निर्वाह हेतु खेती, दिहाडी, मजदुरी कर परिवार का पालन पोषण करते है। जिनके साथ कुछ अपराधिक प्रवृति के लोगो द्वारा ‘‘गौ-रक्षा के नाम पर हत्या‘‘ जैसा जघन्य अपराध किया गया है। मृतक की पत्नि, 04 वर्ष की बेटी, 02 वर्ष का बेटा पूरी तरह से असहाय व अनाथ हो गये है।
अतः महोदय से हम समाजजन सामाजिक संगठन के माध्यम से आग्रह करते है, की महोदय आये दिन आदिवासी समाज पर हो रहे अत्याचारों पर आप अपना ध्यान केन्द्रीत करे ताकी आदिवासी समाज का शोषण ना हो। हमारे समाज के मजदुर भाईयों को गौ तस्करी/गौ हत्यारे समझने वाले तथाकथित गौरक्षक ही हो सकते है, जिन्होने बैल लाने के बिना ठोस कारण को जाने अचानक एक मत होकर हमला बोल दिया जिससे हमारे गरीब, मजदुर, भाईयों में से एक की हत्या हो गई व दुसरा गंभीर घायल हो गया। ऐसे गौ-रक्षक की आड़ में छिपें हत्यारों को जल्द से जल्द खोज कर उनको फांसी की सजा दी जाय ताकी ऐसा कृत्य कोई भी करने से पहले हजार बार सोचे एवं आहत परिवार को उचित मुआवजा के साथ-साथ उक्त प्रकरण को झाबुआ जिले में स्थान्तरित किया जाने हेतु जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) बदनावर द्वारा माननीय मुख्यमंत्री महोदय म.प्र. शासन भोपाल एवं मुख्यमंत्री राजस्थान शासन जयपुर को संबोधित ज्ञापन कानवन थाना प्रभारी को सौपा गया। इस अवसर पर भुराजी वसुनिया, बुआरसिहं मकवाना, अनिल बिलवाल एवं बदनावर (युवा) जयस अध्यक्ष राजेशराज वसुनिया उपस्थित थे। ज्ञापन वाचन राजकुमार चोहान जयस प्रवक्ता ने किया। आभार सहदेव देवदा एवं गोल बरबरीया ने माना।