Wrestlers Protest: बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोपों पर एफआईआर दर्ज होने के बाद पहलवानों ने खाप नेताओं से समर्थन मांगा था. इसके बाद विपक्षी दलों के कई नेता धरनास्थल पर पहुंचे थे.
Wrestlers Protest News: भारतीय कुश्ती संघ के चीफ और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर पहलवानों का प्रदर्शन जंतर-मंतर पर जारी है. इस बीच बृजभूषण शरण सिंह ने सोमवार (1 मई) को इस आंदोलन को शाहीन बाग और किसान आंदोलन से जोड़ दिया. उन्होंने कहा कि ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग, शाहीन बाग, किसान आंदोलन में शामिल ताकतें इसमें (पहलवानों के विरोध) में शामिल लगती हैं, मैं उनका लक्ष्य नहीं हूं, पार्टी (बीजेपी) इनके निशाने पर है. इन एथलीटों को पैसे दिए जाते हैं.’
इसके इतर जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरनास्थल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक नारों के वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं. इतना ही नहीं, इस आंदोलन में शामिल होने वाले कुछ पहलवानों ने किसान आंदोलन का जिक्र कर पीए मोदी पर निशाना साधा था. हालांकि, इन वीडियो के वायरल होने के बाद बजरंग पुनिया ने कहा कि कुछ लोग आंदोलन को एक अलग दिशा में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं और इसे ‘भड़काऊ आंदोलन’ बनाना चाहते हैं. इस स्थिति में सवाल उठना लाजिमी है कि क्या पहलवानों का प्रदर्शन हाईजैक हो गया है?
पहलवानों ने किया खाप पंचायतों से धरने में शामिल होने का आह्वान
बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोपों पर एफआईआर दर्ज होने के बाद पहलवानों ने खाप नेताओं से समर्थन मांगा था. इसके दूसरे ही दिन जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने में कई खाप पंचायत के नेता शामिल हुए थे. सर्वखाप पंचायत की ओर से जगबीर मलिक ने कहा कि हम अपनी बेटियों के साथ हैं. वे जंतर-मंतर पर बैठकर रो रही हैं. उनके साथ कुछ तो जरूर हुआ है. वे पहलवान हैं, ऐसे बैठकर नहीं रोतीं. सारी खाप पंचायतें उनके समर्थन में हैं. इन खाप पंचायतों में से ज्यादातर किसान आंदोलन में शामिल थीं.
कांग्रेस नेताओं का धरनास्थल पर लगा जमावड़ा
सुप्रीम कोर्ट की ओर से बृजभूषण शरण सिंह पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए जाने के बाद बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट जैसे बड़े पहलवान ने आरोपी सिंह की गिरफ्तारी होने तक धरना जारी रखने का एलान किया. इसी बीच विपक्षी पार्टियों में सबसे पहले हरियाणा कांग्रेस के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहलवानों के समर्थन में जंतर-मंतर पहुंचे थे. इसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने धरने में शिरकत की.
राजनीतिक रोटियां सेंकने का मंच न बनाएं- बबीता फोगाट
प्रियंका गांधी के पहलवानों के धरनास्थल पर पहुंचने के बाद पहलवान और बीजेपी नेता बबीता फोगाट ने कहा कि प्रियंका वाड्रा अपने निजी सचिव संदीप सिंह को लेकर जंतर मंतर महिला पहलवानों को न्याय दिलाने पहुंची हैं, लेकिन इस व्यक्ति पर खुद महिलाओं से छेड़छाड़ और एक दलित महिला को 2 कौड़ी की औरत कहने जैसे तमाम आरोप लगे हैं. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि शून्य से उठकर शिखर तक पहुंचने वाले हम खिलाड़ी अपनी लड़ाई लड़ने में स्वयं सक्षम हैं. खिलाड़ियों के मंच को राजनीतिक रोटी सेकने का मंच नहीं बनाना चाहिए.
केजरीवाल भी लगाने पहुंच गए सियासी दांव
28 अप्रैल को जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज और आतिशी धरना स्थल पर पहुंचे थे. इसके दूसरे दिन 29 अप्रैल को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी जंतर मंतर पहुंचे. इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि ये जगह बहुत पवित्र है. 2011 में हमने यहीं से आंदोलन शुरू किया और देश की राजनीति बदल दी. ये पहलवान यहीं से देश की खेल व्यवस्था बदल देंगे.
सिद्धू और हरीश रावत भी पहुंचे जंतर-मंतर
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू सोमवार (1 मई) को धरना स्थल पर पहुंचे. इस दौरान नवजोत सिंह ने कहा कि अगर इंसाफ मिलने में देरी हुई तो सिद्धू जान की बाजी लगा देगा. कांग्रेस नेता ने बृजभूषण शरण सिंह के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि अगर आप सच तक पहुंचना चाहते हैं तो कस्टोडियल इंवेस्टिगेशन कीजिए, ऐसा नहीं होता है तो इन सबका कोई मतलब नहीं है.