MP Doctors Protest: संविदा डॉक्टरों ने आंदोलन की शुरुआत एक मई से की है. आंदोलन के पहले दिन एक मई को डॉक्टरों ने काटी बांधकर मरीजों का इलाज किया था, जबकि दो मई को डॉक्टरों ने दो घंटे तक काम नहीं किया.

MP Health Workers Protest: मध्य प्रदेश के मरीजों को बुधवार से सरकारी अस्पतालों में बेहतर इलाज मिलना संभव नहीं हो सकेगा. एमपी के 16 हजार से ज्यादा संविदा स्वास्थ्यकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर संविदा स्वास्थ्यकर्मी आंदोलरत हैं. हड़ताल के पहले दिन एक मई को डॉक्टरों ने जहां काली पट्टी बांधकर मरीजों का इलाज किया था तो वहीं दो मई को संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभूराम चौधरी के बंगले का घेराव कर दिया था, जबकि आज से संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत हो गई है.

बता दें, अपनी तीन सूत्रीय मांगों के निराकरण को लेकर प्रदेश के 16 हजार डॉक्टरों ने आंदोलन की शुरुआत की है. मध्य प्रदेश शासकीय स्वशासी चिकित्सक महासंघ के संयोजक डॉ. राकेश मालीवीय के अनुसार प्रदेश के 16 हजार डॉक्टर उनके साथ हैं. उनके इस आंदोलन में चिकित्सा शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग और भोपाल गैस त्रासदी राहत और पुनर्वास विभाग के डॉक्टर सहयोग कर रहे हैं. डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से सरकारी अस्पतालों में मरीज इलाज के लिए परेशान हो रहे हैं. मरीजों को पर्याप्त इलाज मुहैया नहीं हो पा रहा है. हालांकि सरकार ने वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में निजी मेडिकल कॉलेजों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं. 

एक मई से शुरू हुआ आंदोलन
बता दें संविदा डॉक्टरों ने अपने आंदोलन की शुरुआत एक मई से की है. आंदोलन के पहले दिन एक मई को डॉक्टरों ने काटी बांधकर मरीजों का इलाज किया था, जबकि दो मई को डॉक्टरों ने दो घंटे तक काम नहीं किया, वहीं शाम को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभूराम चौधरी के बंगले का घेराव किया था. जबकि आज से डॉक्टरों ने इलाज बंद अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. 

बैठक में नहीं निकला था हल
प्रदेश के चिकित्सीय महासंघ के मुख्य संयोजक डॉ. राकेश मालवीय के अनुसार अनिश्चितकालीन हड़ताल से पूर्व बीती शाम को ही प्रदेश के उच्च चिकित्सा मंत्री विश्वास सारंग के साथ बैठक हुई, लेकिन यह बैठक में भी बेनतीजा ही साबित हुई. बता दें अपनी विभिन्न मांगों को लेकर चिकित्सक महासंघ द्वारा फरवरी महीने में भी हड़ताल की थी. हालांकि, उनकी यह हड़ताल पहले ही दिन समाप्त हो गई थी. हड़ताल के बाद चिकित्सक महासंघ के पदाधिकारियों ने सीएम शिवराज सिंह चौहान व उच्च शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग के आश्वासन के बाद हड़ताल समाप्त कर दी थी, लेकिन अब एक बार फिर चिकित्सक महासंघ ने हड़ताल पर जाने का ऐलान किया था.

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By jansetu

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