NIA In Action: इशाक के भाई बिलाल भट ने बताया कि इशाक पढ़ा-लिखा नहीं है और खिड़कियों के शीशे लगाने का काम करता है. एनआईए पिछले साल दर्ज टेरर फंडिंग के मामले की जांच के संबंध में छापे मार रही है.

Action On Terror Funding: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने टेरर फंडिंग के मामले में मंगलवार (2 मई) को तड़के कश्मीर घाटी में विभिन्न स्थानों पर छापे मारे और पूछताछ के लिए एक व्यक्ति को हिरासत में लिया. अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर, अवंतीपुरा, पुलवामा, कुलगाम और अनंतनाग में तकरीबन 12 स्थानों पर छापे मारे गए. उन्होंने बताया कि एनआईए ने श्रीनगर के सोजेथ इलाके से पूछताछ के लिए एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है. हिरासत में लिए गए व्यक्ति की पहचान इशाक अहमद भट के रूप की गयी है.

संदिग्ध के पिता मोहम्मद रमजान भट ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि एनआईए की टीम सुबह साढ़े पांच बजे से छह बजे के बीच पहुंची. उन्होंने इशाक के बारे में पूछा और उसे साथ ले गए. उसका मोबाइल फोन भी ले लिया. उन्होंने बताया कि वह मजदूरी करता है. हिरासत में लिए गए इशाक के पिता ने कहा कि हमारा किसी आतंकवादी समूह या पथराव की घटनाओं से कोई संबंध नहीं है.

खिड़कियों के शीशे लगाने का काम करता है इशाक

इशाक के भाई बिलाल भट ने बताया कि इशाक पढ़ा-लिखा नहीं है और खिड़कियों के शीशे लगाने का काम करता है. एनआईए पिछले साल दर्ज टेरर फंडिंग के मामले की जांच के संबंध में छापे मार रही है. करीब एक महीने पहले ही एनआईए (National Investigation Agency) ने टेरर फंडिंग से संबंधित एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) से जुड़े मामले में जम्मू-कश्मीर नागरिक समूह गठबंधन (जेकेसीसीएस) के समन्वयक खुर्रम परवेज को गिरफ्तार किया था. 

इससे पहले, एनआईए (NIA) ने इसी मामले में श्रीनगर से इरफान मेहराज को गिरफ्तार किया था. एनआईए के मुताबिक अक्टूबर 2020 में दर्ज टेरर फंडिंग मामले (Terror Funding Case) की व्यापक जांच के बाद श्रीनगर का इरफान मेहराज पहला आरोपी है, जिसे गिरफ्तार किया गया.

पाकिस्तान से होती है टेरर फंडिंग

नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की ओर से की जा रही टेरर फंडिंग की जांच में अंडरवर्ल्ड का कनेक्शन भी सामने आया है. NIA को पूछताछ में पता चला कि 2017-2018 के बीच 16-17 करोड़ रुपये भारत से पाकिस्तान में छोटा शकील के पास भेजे गए थे. एनआईए की ओर से बताया गया कि मामले में गिरफ्तार आरिफ भाईजान ने 2018 में मुंबई के अंधेरी इलाके में और कलाचौकी इलाके में चल रहे एक बिल्डर के प्रोजेक्ट में उसे मदद करने के नाम पर 16-17 करोड़ रुपये लिये थे. 

जानकारी के मुताबिक, ये रुपये दुबई के रास्ते हवाला के जरिये पाकिस्तान में छोटा शकील को भेजे गये थे. एफआईआर के मुताबिक, अंडरवर्ल्ड इसी तरह से लोगों में दहशत फैलाकर उनसे पैसे वसूलता है और उन पैसों का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए करता है. इससे पहले एनआईए की जांच में पता चला था कि पाकिस्तान एयरपोर्ट और वहां के लोग अंडरवर्ल्ड के कंट्रोल में हैं.

By jansetu