Assam CM Close Madrasas: सरमा ने आगे कहा कि एक समय था, जब दिल्ली की सत्ता में बैठे लोग मंदिरों के ध्वस्तीकरण की बातें किया करते थे, लेकिन पीएम मोदी के शासनकाल में हम मंदिर निर्माण की बात करते हैं.
Himanta Biswa Sarma: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मदरसों को बंद करने के अपने वादे को एक बार फिर से दोहराया है. उन्होंने कहा कि लोग स्कूल और कॉलेजों में पढ़ाई करना चाहते हैं. चुनावी राज्य कर्नाटक के बेलगावी में बीजेपी की विजय संकल्प यात्रा में उन्होंने कहा कि ”मैंने 600 मदरसों को बंद कर दिया है और मैं सभी मदरसों को बंद करने की कोशिश करूंगा, क्योंकि हम मदरसे नहीं चाहते हैं. हम स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी चाहते हैं.”
2020 में सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने असम में एक कानून लाकर राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे सभी मदरसों को स्कूलों में बदल दिया था. जनवरी 2023 के आंकड़ों के मुताबिक, असम में 3000 रजिस्टर्ड और अनरजिस्टर्ड मदरसे हैं. अवैध अप्रवासियों को लेकर उन्होंने दावा किया कि बांग्लादेशी लोग असम आते हैं और संस्कृति और सभ्यता के लिए खतरा बनते हैं.
कांग्रेस है नई मुगल- असम सीएम
हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस और वाम दलों पर निशाना साधते हुए उन पर मुगल समर्थित नैरेटिव के साथ देश के इतिहास को बिगाड़ने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और वामपंथियों ने भारत के इतिहास को बाबर, औरंगजेब और शाहजहां के रूप में दिखाया. मैं आपको बताना चाहता हूं कि भारत का इतिहास उनके (मुगल) बारे में नहीं है, लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज, गुरु गोविंद सिंह, स्वामी विवेकानंद के बारे में है.
उन्होंने कांग्रेस की तुलना मुगलों से करते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी देश को कमजोर करने की कोशिश करने में नई मुगल बन गई है. उन्होंने कांग्रेस को बाबरी मस्जिद का पक्ष लेने और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का विरोध करने के लिए आड़े हाथों लिया. उन्होंने कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए कहा कि बीजेपी मंदिर निर्माण में भरोसा रखती है, नाकि उन्हें ध्वस्त करने में.
‘यह न्यू इंडिया है’
सरमा ने आगे कहा कि एक समय था, जब दिल्ली की सत्ता में बैठे लोग मंदिरों के ध्वस्तीकरण की बातें किया करते थे, लेकिन पीएम मोदी के शासनकाल में हम मंदिर निर्माण की बात करते हैं. यह न्यू इंडिया है. कांग्रेस न्यू इंडिया को कमजोर करने के लिए काम कर रही है. कांग्रेस अब नई मुगल बन चुकी है.
उन्होंने कहा कि बहुत से लोग भारत में गर्व के साथ कहते हैं कि वो मुस्लिम और ईसाई हैं. उन्होंने कहा कि मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन हमें एक ऐसे शख्स की जरूरत है, जो गर्व से कह सके कि मैं एक हिंदू हूं. भारत को ऐसे ही शख्स की जरूरत है.