BJP Attack On Rahul Gandhi: बीजेपी यूपी के 20 हजार गावों में यह संदेश देने की कोशिश करेगी कि राहुल गांधी ने ओबीसी समाज का अपमान किया है. इस दौरान विपक्ष के अन्य नेताओं को भी घेरा जाएगा.

BJP’s OBC Strategy: ओबीसी समाज के कथित अपमान के मुद्दे पर राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी हमलावर है. पार्टी अब इस मुद्दे को और ज्यादा व्यापक बनाने की तैयारी में है. इस मुद्दे को यूपी के गांव-गांव तक पहुंचाने की रणनीति तैयार कर ली गई है. इसके लिए पार्टी के ओबीसी मोर्चा ने कमान संभाली है. बीजेपी ओबीसी मोर्चा अब यूपी के गांव-गांव और शहर-शहर तक में इस मुद्दे को उठाएगा. 

इस दौरान राहुल गांधी समेत अखिलेश यादव, मायावती और विपक्ष के दूसरे नेता भी टारगेट पर रहेंगे. बीजेपी ओबीसी मोर्चा के कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश के तकरीबन 20 हजार गांव में इस मुद्दे को लेकर जाने वाले हैं. यूपी बीजेपी के ओबीसी मोर्चा के मुखिया नरेंद्र कश्यप ने खुद इसकी जानकारी दी है. 

जेपी नड्डा लॉन्च करेंगे अभियान

नरेंद्र कश्यप ने मीडिया को बताया, “उत्तर प्रदेश में ओबीसी मोर्चा 6 अप्रैल से 14 अप्रैल के बीच ‘गांव-गांव चलो, घर-घर चलो’ अभियान लांच करने जा रहा है. राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा इसकी लॉन्चिंग 6 तारीख को हरियाणा से करने जा रहे हैं. उत्तर प्रदेश के सभी 6 क्षेत्रों में इसकी लॉन्चिंग करने वाले हैं.” उन्होंने कहा, “इस अभियान के तहत ओबीसी मोर्चा के कार्यकर्ता पिछड़े समाज के घर-घर जाकर मोदी-योगी सरकार की उपलब्धियों के बारे में जानकारी देंगे.” 

‘पिछड़ों का अपमान करती है कांग्रेस’

उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस पार्टी प्रवृत्ति बन गई है अपने शब्दों से समाज का अपमान करना. मोदी सरनेम को लेकर राहुल गांधी की टिप्पणी पर कोर्ट ने सजा सुनाई है. इसके बाद भी राहुल गांधी का अहंकार कम नहीं हो रहा है. वह अभी भी माफी मांगने को तैयार नहीं हैं, इसलिए ओबीसी मोर्चा पिछड़े समाज के लोगों के बीच यह बात रखेगा.” उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी आज इतनी अहंकारी हो गई है कि पिछड़ों का अपमान करती है और माफी भी नहीं मांगती है.”

अखिलेश-मायावती को भी घेरने की रणनीति

राहुल गांधी को मिल रहे विपक्ष के समर्थन को लेकर भी बीजेपी ने रणनीति तैयार की है. इसके तहत बीजेपी ओबीसी मोर्चा इस दौरान ना केवल राहुल गांधी को घेरेगा बल्कि अखिलेश यादव, मायावती और जयंत चौधरी की भी घेराबंदी करेगा. जानकारी के मुताबिक, अखिलेश यादव को लेकर स्ट्रेटर्जी है कि चुनावों में वह जातिगत जनगणना और ऐसे मुद्दे की बात करते हैं, लेकिन चुनाव होते ही इस विषय पर खामोश हो जाते हैं.

By jansetu