छात्रावास आश्रम निरीक्षण के दौरान सहायक आयुक्त श्री गणेश भाबर ने मुख्यालय पर नहीं रहने वाले अधीक्षकों के खिलाफ कार्यवाही की गई

झाबुआ 11फरवरी, 2023। जिले के कुछ अधीक्षकों की लापरवाह, बेपरवाह और गंभीर अनियमितता के साथ मुख्यालय पर नहीं रहना, विद्यार्थियों की परीक्षा के नजदीक होने पर भी शत प्रतिशत उपस्थिति कायम नहीं करना, गुणवत्तापूर्ण मीनू अनुसार भोजन व्यवस्था में कोताही बरतना आदि प्रतिकूल कार्य शैली के आदतन निष्क्रिय अधीक्षकों को बर्खास्त करने की फाइलें जिला कार्यालय में बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई हैं।

ज्ञातव्य है कि सहायक आयुक्त श्री गणेश भाबर एवं क्षेत्र संयोजक सुश्री अनामिका रामटेके द्वारा कन्या आश्रम कंजावनी, कन्या छात्रावास कंजावानी, बालक छात्रावास कंजावनी का आकस्मिक निरीक्षण किया गया है।

कन्या छात्रावास/आश्रम में अधीक्षिकाएं अनुपस्थित थी, पूछने पर ज्ञात हुआ की आश्रम अधीक्षिका इंदौर गई हुई है और छात्रावास अधीक्षिका अपने घर,छात्रावास-आश्रम मात्र 1 पुरुष कर्मचारी के भरोसे चलते पाया गया। कन्या छात्रावास नियम अनुसार परिसर में बाहरी पुरुष का आना मना है, पुरुष कर्मचारी के होने पर महिला कर्मचारियों का होना आवश्यक है परंतु फिर भी बिना किसी महिला कर्मचारी के मरम्मत करने वाले मजदूर छात्रावास में कार्य कर रहे थे।छात्रावास आश्रम के परिसर में गंदगी व्याप्त थी।बालिकाओं के बिस्तर कंबल अस्वच्छ थे। छात्रावास-आश्रम में कुल 18 बालिकाएं अनुस्पथित पाई गई, बालिकाओं से चर्चा करने पर ज्ञात हुआ कि अनुपस्थित छात्राएं घर से विद्यालय आना जाना करती है। आश्रम अधिक्षिका द्वारा बच्चों को मिलने वाली 10% शिष्यवृत्ती का भुगतान नहीं किया जाना पाया गया।अधीक्षिकाओ के अनुपस्थित होने से रिकॉर्ड अवलोकन नहीं हो पाया।

बालक छात्रावास के निरीक्षण में अधिक्षक मडूसिंग सिंगाड अनुपस्थित थे तथा छात्रावास मेंं पर्याप्त अव्यवस्था व्याप्त थी- लाइट फिटिंग नहीं थी बाहर तार से लाइट की व्यवस्था की गई थी, रनिंग वॉटर की व्यवस्था नहीं थी, छात्र बाहर हैंडपंप से पानी भर रहे थे, टीवी 4 साल से खराब स्थिति में है। 50 सीटर छात्रावास में मात्र 20 छात्र निवास कर रहे थे।

विद्यार्थियों ने शिकायत करते हुए सहायक आयुक्त को बताया “अधीक्षक 2-3 दिन में एक बार छात्रावास आते है तथा छात्रावास में ना लाईट की व्यवस्था पर उनका ध्यान है न ही राशन की पूर्ति पर, हमे ही उन्हें राशन लाने का कहना पड़ता है। खाने में पतली दाल और रोटी मिलती है, छात्रावास के कई लड़के खाना अच्छा न मिलने से छात्रावास छोड़कर घर से स्कूल आते जाते है। हमारा घर स्कूल से बहुत दूर है और हमे पढ़ाई करनी है इसलिए हम यहा रह रहे हैं। आप पहले अधिकारी हो जो हमारी बात को सुन रहे है, हमारी समस्या का समाधान आप करो। सहायक आयुक्त ने छात्रों की समस्या को सुना तथा उन्हें समस्या का निराकरण करने का आश्वासन दिया ।
तीनों छात्रावास की अव्यवस्था को देखते हुए सहायक आयुक्त द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई तथा खंड शिक्षा अधिकारी राणापुर को तीनों छात्रावास का रिकॉर्ड जप्त कर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए गए।

जिले के सभी विकास खंड शिक्षा अधिकारी एवम् मंडल संयोजक को भी निर्देशित किया गया है कि सतत निरीक्षण अभियान चलाया जाए और लापरवाह, बेपरवाह अनियमितता और अव्यवस्थाओं का साम्राज्य स्थापित कर विद्यार्थियों का भविष्य खराब करने वाले निष्क्रिय छात्रावास आश्रम अधीक्षकों को चिन्हित कर बर्खास्त करने के प्रस्ताव अति शीघ्र जिला कार्यालय भेजने को कहा गया है।

By jansetu