ग्रामीण इलाके की खस्ताहाल सड़क पर आए दिन ग्रामीणों को दो-चार होना पड़ता है। यह समस्या एक गांव की नहीं बल्कि सोनासांवरी से साकेत पहुंच मार्ग की स्थिति अत्यधिक खराब हो चुकी है। यहां से लगभग 5000 से ज्यादा ग्रामीण प्रतिदिन आते-जाते हैं। रोड के खराब होने से आसपास के लगभग 10 से अधिक गांवों के ग्रामीण किसान विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
10 गांव के किसान हैं परेशान
उक्त मार्ग पर खेड़ा इटारसी होते हुए सोनासांवरी, मोथिया, बम्हनगांव, बाईखेड़ी, उंद्राखेड़ी, पलासी, बीसारोड़ा एवं अन्य संबंधित गांवों के लगभग 5 हजार से अधिक आबादी प्रतिदिन आवागमन करती है। जो अपनी जान जोखिम में डाल कर आवागमन करते हैं। रास्ते में गड्ढों की वजह से अनेकों बार ग्रामीणों की दुर्घटनाएं भी हुई हैं। प्रशासन ने किसी प्रकार का कोई सुधार कार्य नहीं कराया। उसी रास्ते से बच्चे पढ़ाई हेतु शहर के स्कूल जाते। उसी मार्ग से ग्रामीण प्रतिदिन शहर अपनें जीवन यापन हेतु जाते हैं।
गड्डों के रास्ते से मूंग से भरी ट्रालियां निकलती है
उक्त मार्ग पर मूंग खरीदी का केंद्र है। जहां उपार्जन हेतु लगभग डेढ़ सौ ट्रालियां प्रतिदिन आवागमन कर रही है। मूंग से भरी ट्रालियां कई बार पलटने का डर होता है। बहुत सावधानी पूर्वक ग्रामीण उक्त रोड से ट्रालियां निकाल रहे हैं।बम्हनगांव के युवा किसान पवन तिवारी और कृष्ण कुमार चौरे ने बताया की इस रास्ते से हमारे गांव समेत अन्य गांव के ग्रामीण भी आवागमन करते हैं। अनेकों बाद दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन प्रशासन ने कोई सुध नहीं ली शीघ्रता से रोड का सुधार कार्य किया जाना चाहिए।