मध्यप्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ ने प्रांतीय आव्हान पर 20 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के नाम कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपा। इस दौरान संघ के जिलाध्यक्ष जगदीश तंवर ने बताया कि विगत दिनों संघ की भोपाल में बैठक आयोजित की गई, जिसमें मांगों को लेकर चार चरणों में आंदोलन करना तय किया गया। प्रथम चरण में 25 मार्च को ज्ञापन सौंपा गया। द्वितीय चरण में 1 अप्रैल को जिले के प्रभारी मंत्री, सांसद एवं विधायक को ज्ञापन दिया जाएगा। 8 अप्रैल को संभागीय कमिश्नर मुख्यालय में दोपहर 1 बजे संभाग के सभी जिला अध्यक्षों द्वारा सौंपा जाएगा। उसके बावजूद भी मांगें पूरी नही होती है तो 13 अप्रैल को भोपाल में प्रदेश के सभी संवर्ग के कर्मचारी एकत्रित होकर धरना प्रदर्शन एवं आम सभा करेंगे। श्री तंवर ने बताया कि वर्षो से लंबित कर्मचारियों की मांग है कि भृत्य का पदनाम परिवर्तन कर कार्यालय सहायक किया जाए। आकस्मिक कार्यभारित सेवा के कर्मचारियों को समयमान वेतन देने के आदेश शीघ्र प्रदान किए जाए। दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों एवं अंशकालीन भृत्यों को भी स्थाई कर्मी का दर्जा दिया जावें। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं को नियमित श्रेणी का दर्ज दिया जावें। ग्राम कोटवारों/रसोइया की समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जावें। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को वर्दी मद में आवंटन देने व वर्दी धुलाई भत्ते में वृद्धि की जाए। स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत सभी संवर्ग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को चिकित्सकों की भांति जोखिम भत्ता की स्वीकृति दी जावें। चतुर्थ श्रेणी से सहायक ग्रेड-3 पर पदोन्नति कर्मचारियों को भी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भांति सेवानिवृत्ति आयु 64 वर्ष किया जावे। केन्द्र के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के समान स्वास्थ्य सुविधा सीजीएचएस का लाभ दिया जाए आदि अन्य मांगो के निराकरण की मांगे रखी गई।

By jansetu