चंडीगढ़ । हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि जेल में बंद स्वयंभू बाबा और डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को खतरे की आशंका पर जेड प्लस सुरक्षा प्रदान की गई, जो अपनी दो शिष्याओं से बलात्कार के आरोप में 20 साल की सजा काट रहा है।
उन्होंने मीडिया से कहा, “किसी भी कैदी या बाहरी व्यक्ति को सुरक्षा मुहैया कराना सरकार का कर्तव्य है। गुरमीत राम रहीम पेरोल पर है और कुछ सूचनाओं के आधार पर उन्हें जेड-सुरक्षा दी गई है।”
राम रहीम 7 फरवरी को रोहतक की सुनारिया जेल से रिहा हुआ था। 21 दिन की फरलो के दौरान वह अपने गुरुग्राम आश्रम में कड़ी सुरक्षा के बीच रह रहे हैं।
संचार रोहतक रेंज कमिश्नर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “यदि कैदी को पैरोल पर रिहा किया जाता है, तो मौजूदा नियमों, विनियमों आदि के अनुसार जेड-प्लस सुरक्षा सुरक्षा या समकक्ष प्रदान किया जा सकता है, क्योंकि उसे भारत और विदेशों में कट्टरपंथी सिख चरमपंथियों से अधिक खतरे का सामना करना पड़ता है।”
अगस्त 2017 में दो महिलाओं से रेप के आरोप में राम रहीम को 20 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। 25 अगस्त, 2017 को उनकी सजा के कारण पंचकुला और सिरसा में हिंसा हुई थी, जिसमें 41 लोग मारे गए थे और 260 से अधिक घायल हो गए थे।
राम रहीम को अपने अनुयायियों के वोटों को प्रभावित करने की उनकी क्षमता के कारण लगभग दो दशकों तक पंजाब और हरियाणा में राजनीतिक नेताओं और पार्टियों द्वारा संरक्षण दिया गया था।