हिंदुस्तान के सारे गांव को सड़कों से जोड़ने का काम इतिहास में शेरशाह सूरी ने किया या फिर अटल बिहारी वाजपेयी ने की। उसके बाद इसी कड़ी में काम हुआ। बाद में किसान क्रडिट कार्ड और फसल बीमा योजना की शुरुआत हुई। यह बात शनिवार को मंडी प्रांगण में आयोजित फसल क्षति बीमा राशि वितरण कार्यक्रम में शामिल होने आए वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कही।
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि कब प्राकृतिक आपदा आ जाए और किसानों की फसल बर्बाद हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। लेकिन मुख्यमंत्री चौहान मुसीबत की घड़ी में सदैव किसानों के साथ खड़े रहे और खड़े रहेंगे। वे ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने संकट की घड़ी में किसानों के आंसू पोंछने का काम किया, उन्हें हर संकट में सहारा दिया।
कौन है शेरशाह सूरी
शेरशाह सूरी भारत में जन्मे पठान थे। सूरी ने पहले बाबर के लिए एक सैनिक के रूप में काम किया था। बाद में पदोन्नत कर सेनापति बनाया। फिर बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया। 1537 में, जब हुमायूं कहीं सुदूर अभियान पर थे। तब शेरशाह ने बंगाल पर कब्जा कर सूरी वंश स्थापित कर लिया था। सन 1539 में, शेरशाह को चौसा की लड़ाई में हुमायूं का सामना करना पड़ा। जिसे शेरशाह ने जीत लिया। 1540 ई. में शेरशाह ने हुमायूं को दोबारा हराया और भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया।
ग्रैंड ट्रंक रोड दक्षिण एशिया के सबसे पुराने और सबसे लम्बे मार्गों में से एक है। जिसका निर्माण शेरशाह सूरी ने करवाया था। मार्ग ने भारतीय उपमहाद्वीप के पूर्वी एवं पश्चिमी भागों को जोड़ा है। यह हावड़ा के पश्चिम में स्थित बांगलादेश के चटगाँव से शुरू होती है। और लाहौर (पाकिस्तान) से होते हुए अफगानिस्तान में काबुल तक जाता है।
अटल बिहारी वाजपेयी की सड़क योजना सबसे अहम
प्रधानमंत्री के तौर पर अटल बिहारी वाजपेयी के जिस काम को सबसे ज्यादा अहम माना जा सकता है। वो सड़कों के माध्यम से भारत को जोड़ने की योजना है। उन्होंने चेन्नई, कोलकाता, दिल्ली और मुंबई को जोड़ने के लिए स्वर्णिम चतुर्भुज सड़क परियोजना लागू की। साथ ही ग्रामीण अंचलों के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना लागू की। उनके इस फैसले ने देश के आर्थिक विकास को रफ्तार दी।