शनिवार को यूक्रेन से रोमानिया के लिए ऋषिका बस में आई थी। जिसका उसने अपने परिजनों को पूरे ग्रुप के साथ फोटो भी शेयर किया था। उसके बाद वह वहां से निकली और लगभग आठ 10 घंटे का सफर तय कर रविवार सुबह रोमानिया बॉर्डर पार करने का समय आते ही परिजनों में खुशी की ललक देखी गई ।

यूक्रेन और रूस के विवाद के बाद जो लोग यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे थे, उनके परिजनों को चिंता सता रही थी। वह इस वजह को लेकर चिंतित थे कि उनके बच्चे कब वापस कब आएंगे। उनमें शामिल अशोकनगर की ऋषिका खंतवाल भी थी। ऋषिका के परिजनों का यूक्रेन रूस विवाद के बाद हुए धमाकों के बारे में सुनते ही बुरा हाल था। वह हर घंटे अपनी बेटी के बारे में फोन पर वीडियो कॉल के माध्यम से जानकारी ले रहे थे। शुक्रवार को ऋषिका भारत के अन्य साथियों के साथ यूक्रेन से बस से निकली। उसने बस में बैठने से पहले अपने परिजनों को बताया था कि, वह लगभग 8 से 10 घंटे का बस में सफर तय करेंगे । उसके बाद सुबह 6 बजे यानी कि भारत में जब 9 बज रहे होंगे, तब वह रोमानिया में प्रवेश करेंगे। लेकिन तब तक फोन पर बात होना संभव नहीं है। वहां जाकर फिर तय होगा कि वह भारत के लिए कब निकलेंगे।

जब ऋषिका के यूक्रेन बॉर्डर क्रॉस करने का समय बताया था। वह समय आते ही ऋषिका के माता-पिता की फोन पर बात तो नहीं हुई। लेकिन उस समय वह काफी खुश दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि यूक्रेन से बाहर आ गई अब तो वह जल्द ही घर आ जाएगी अब कोई खतरे वाली बात नहीं है।

By jansetu