MP में 95 साल की ड्राइवर दादी

पोती को कार चलाते देख बोलीं- मुझे भी ड्राइविंग करनी है,

3 महीने में सीखा कार चलाना, ड्राइविंग लाइसेंस के लिए किया आवेदन

देवास से करीब 7 किलोमीटर दूर बिलावली गांव में 95 साल की रेशम बाई इस तरह कार दौड़ाती हैं कि जैसे कोई अनुभवी ड्राइवर गाड़ी चलाता है। इस उम्र में उन्होंने पोती को कार चलाते देख महज 3 माह में ड्राइविंग सीख ली। आमतौर पर युवा ही दोपहिया-चार पहिया वाहन दौड़ाते हुए दिखाई देते हैं। ऐसे में दादी की ड्राइविंग देखने लायक है।

रेशम बाई एंड्रॉइड फोन चलाने के साथ गाय को चारा भी डालती हैं। वह 10 साल पहले ट्रैक्टर भी चला चुकी हैं। इस उम्र में भी वह अपना सारा काम खुद ही करती हैं। सुबह उठकर नित्य क्रिया के बाद पूजा पाठ कर मंदिर जाती हैं। फिर खेत में जाती हैं। उनके 4 बेटे और 2 बेटियां हैं। सभी विवाहित हैं। रेशम बाई दादी, नानी, मां और सास का दायित्व निभा रही हैं।

तीन महीने में सीखी कार
पोती को कार चलाते देख रेशम बाई ने भी बेटों से कार चलाने की मंशा जाहिर की। कहा- मुझे कार भी चलाना है। बड़े बेटे नारायण सिंह तंवर ने बताया कि मां को कई बार समझाया कि कार मत चलाओ, लेकिन जब वह नहीं मानीं, तो छोटे भाई सुरेश सिंह तंवर ने उन्हें ड्राइविंग सिखाई। नारायण ने बताया कि परिवार के बाकी लोगों को मोबाइल चलाते देख मां को भी टच स्क्रीन मोबाइल चलाने की इच्छा हुई, इसलिए उन्हें एंड्रॉइड मोबाइल भी दिलवाया गया।

नारायण ने बताया कि मां सिर्फ पिछले 10-15 दिन से कार चला रही हैं। वह जब कार चलाती हैं, तो उनके साथ छोटा बेटा सुरेश रहता है। परिवार में चारों बहुओं, चारों बेटों और पोते-पोतियों को ड्राइविंग आती है। दादी की लगन और ड्राइविंग का प्यार देख परिजनों ने उनके ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन कर दिया है।

ब्यूरो रिपोर्ट ग्लोबल इंडिया टीवी देवास

 

By jansetu